कहां से भड़की जंग की चिंगारी, हमास ने इजरायल पर अटैक का यही समय क्यों चुना? जानें युद्ध की इनसाइड स्टोरी

शनिवार को इजरायल (Israel) पर हमास (Hamas) द्वारा आश्चर्यजनक रूप से सुनियोजित, जमीन-समुद्र-हवाई हमले के बाद दुनिया में एक और युद्ध शुरू हो गया. यह ऑपरेशन 2005 के बाद से गाजा में इजरायल और हमास आतंकवादियों के बीच चार युद्धों और हिंसा के नियमित प्रकोप के पैटर्न को दर्शाता है. इजरायल ने अपनी सैन्य चौकियां वापस ले ली थीं और क्षेत्र से 9,000 इजरायली निवासियों को जबरन हटा दिया था.

न्यू इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार जब भी हमास ने इजरायल पर रॉकेट दागे हैं या इसी तरह की उकसावे की कार्रवाई की है, तो उसे गाजा पट्टी पर बड़े बम विस्फोटों के रूप में इजरायल से भारी जवाबी कार्रवाई का सामना करना पड़ा है. बता दें कि पिछले दिसंबर में प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू द्वारा गठित इजरायली सरकार इजरायल के इतिहास में सबसे दक्षिणपंथी है. इस सरकार ने वेस्ट बैंक पर कब्जा करने की अपनी इच्छा को कोई रहस्य नहीं बनाया है और इस क्षेत्र में यहूदी बस्तियों के महत्वपूर्ण विस्तार की अनुमति दी है, जो अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत अवैध हैं.

इससे बसने वालों और वेस्ट बैंक के युवा फिलिस्तीनियों के बीच संघर्ष शुरू हो गया है, जिन्होंने पिछले साल एक समूह बनाया जिसे ‘लायंस डेन’ के नाम से जाना जाता है. यह समूह, जिसमें स्पष्ट रूप से बिना किसी केंद्रीय नियंत्रण वाले स्वतंत्र उग्रवादी शामिल हैं, फिलिस्तीनी अथॉरिटी के प्रति बहुत कम सम्मान रखता है, जो वेस्ट बैंक पर शासन करता है और जिसका नेतृत्व अस्सी वर्षीय महमूद अब्बास करता है. फिलिस्तीनी अथॉरिटी के पास क्षेत्र में वास्तविक प्रशासनिक, सुरक्षा या नैतिक अधिकार बहुत कम है.

यहां से भड़की जंग की चिंगारी
गाजा और वेस्ट बैंक दोनों में फिलीस्तीनी युवाओं के बीच प्रभाव के लिए ‘लायंस डेन’ गाजा आतंकवादी समूहों के साथ भी प्रतिस्पर्धा करता है. इसके अलावा, नेतन्याहू के गठबंधन में एक मंत्री इतामार बेन-गविर ने टेंपल माउंट का दौरा किया है, जो अल-अक्सा मस्जिद का स्थल है, जो इस्लाम के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है. इसे वेस्ट बैंक और गाजा दोनों में सभी फिलिस्तीनियों द्वारा उकसावे की कार्रवाई माना गया.

फिलिस्तीनियों को और अधिक नाराज करते हुए, हाल ही में सुक्कोट छुट्टियों के दौरान इजरायली पर्यटकों ने भी इस स्थल की यात्रा की. 2000 में एरियल शेरोन, जो तब इजरायल सरकार में विपक्ष के नेता थे, की टेम्पल माउंट की यात्रा को आम तौर पर उस चिंगारी के रूप में माना जाता है जिसने 2000-2005 तक दूसरे इंतिफादा को प्रज्वलित किया था.

अभी हमला क्यों?
गौरतलब है कि हमास ने अपने हमले का नाम ‘ऑपरेशन अल-अक्सा फ्लड’ रखा है. यह इस समय हमले के प्राथमिक कारण के कुछ सुराग प्रदान करता है, जो इस बात पर जोर देता है कि हमास एक पवित्र इस्लामी स्थल को अपवित्र करने के इजरायली कृत्यों के रूप में देखता है. हलांकि एक कारण संभवत: इजरायल के साथ शांति समझौते करने के लिए अरब राज्यों की बढ़ती प्रवृत्ति थी. जैसा कि संयुक्त अरब अमीरात, बहरीन, सूडान और मोरक्को को शामिल करते हुए 2020 अब्राहम समझौते से पता चलता है.

हाल ही में ऐसी अटकलें जोरों पर हैं कि सऊदी अरब इजराइल के साथ अपना समझौता करने वाला है. यह केवल वेस्ट बैंक के लोगों के लिए ही नहीं, बल्कि सभी फिलिस्तीनियों के लिए बहुत चिंता का विषय है. क्योंकि इससे इजरायल पर उनके साथ समझौता करने का दबाव कम हो जाता है. नेतन्याहू ने अपने सार्वजनिक बयानों में स्पष्ट कर दिया है कि वह फिलिस्तीनियों के साथ अंततः शांति की तुलना में अरब राज्यों के साथ शांति को प्राथमिकता देते हैं.

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