रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के कट्टर आलोचक एलेक्सी नवलनी की मौत के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने इस एक त्रासदी करार दिया. ट्रूडो ने रूस के राष्ट्रपति पुतिन पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि इस घटना ने साफ कर दिया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन कितने बड़े ‘राक्षस’ हैं. ट्रूडो ने कनाडा के सार्वजनिक टेलीविजन सीबीसी से कहा कि ‘यह वास्तव में दिखाता है कि पुतिन… रूसी लोगों की आजादी के लिए लड़ने वाले किसी भी व्यक्ति पर किस हद तक नकेल कसेंगे. और यह कुछ ऐसा है जिससे पूरी दुनिया को याद दिलाया जा रहा है कि वास्तव में पुतिन कितना बड़ा राक्षस है.’
इससे पहले रूसी अधिकारियों ने कहा था कि 47 वर्षीय नवलनी की आर्कटिक जेल में अचानक मौत हो गई थी. यह चौंकाने वाली घोषणा तब हुई, जब पुतिन मार्च में एक पहले से तय माने जा रहे सरकार से संचालित राष्ट्रपति चुनाव के जरिये सत्ता पर अपनी दो दशक की पकड़ बढ़ाने की तैयारी कर रहे हैं. एक करिश्माई वकील रहे नवलनी को व्यापक रूप से रूस के बड़े विपक्षी नेता और एकमात्र राजनेता के रूप में देखा जाता था, जो भारी भीड़ जुटाने और 71 साल के पुतिन का मुकाबला करने में सक्षम थे.
नवलनी के ‘असाधारण साहस’ की प्रशंसा
कनाडा के व्यापारिक नेताओं के एक समूह से बात करते हुए ट्रूडो ने बुनियादी स्वतंत्रता के लिए, लोकतंत्र के लिए खड़े होने में नवलनी के ‘असाधारण साहस’ की प्रशंसा की. उन्होंने कनाडा के लोगों से आग्रह किया कि वे इन मूल्यों को बनाए रखने के अपने संकल्प को ‘दोगुना और तिगुना’ करें और पुतिन के खिलाफ विशेष रूप से यूक्रेन के संबंध में कदम उठाएं.
ट्रूडो ने पीएम मोदी से भी टकराव मोल लिया
इससे पहले ट्रूडो भारत के पीएम नरेंद्र मोदी से भी टकराव मोल ले चुके हैं. जस्टिन ट्रूडो ने नामित आतंकवादी खालिस्तान समर्थक नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या में भारत की भूमिका होने का आरोप लगाया था. जिससे दोनों देशों के बीच संबंध तनावपूर्ण हो गए. इसके महीनों बाद ट्रूडो ने 2019 और 2021 में देश में हुए संघीय चुनाव में नई दिल्ली के कथित हस्तक्षेप की जांच करने की घोषणा कर दी. कनाडा में पिछले दो संघीय चुनावों में विदेशी सरकारों के हस्तक्षेप की जांच के लिए ट्रूडो सरकार द्वारा पिछले साल स्थापित विदेशी हस्तक्षेप आयोग ने मंगलवार को कहा कि वह चुनावों में भारत के कथित हस्तक्षेप की भी जांच करेगा.