इजरायल और हमास की लड़ाई में अब तक 4000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है. इजरायल ने फिलिस्तीनी नागरिकों को 24 घंटे के अंदर गाजा पट्टी खाली करने को कहा है और वहां बड़े हमले की तैयारी कर रहा है. हमास और इजरायल के बीच साल 2008 में आखिरी बार गाजा में बड़ा टकराव हुआ था, उसके बाद झड़पें होती रही हैं. लेकिन हालात इतने खराब नहीं हुए थे.
इजरायल को हमास से इत स्तर और इतने बड़े हमले की आशंका भी नहीं थी. ऐसे में सवाल है कि क्या इजरायल (Israel), हमास की क्षमता का आकलन नहीं कर पाया? हमास (Hamas) अचानक इतना ताकतवर कैसे हो गया?
क्या है हमास की ‘मिनी आर्मी’?
हमास (Hamas) से जुड़े एक करीबी सूत्र ने समाचार एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि हमास ने इजरायल की नाक के नीचे गाजा में एक ‘मिनी आर्मी’ तैयार कर ली है, जिसमें करीब 40000 लड़ाके हैं. गाजा में इस ग्रुप की मिलिट्री ट्रेनिंग एकेडमी है. इन्हें तमाम अत्याधुनिक हथियारों को चलाने से लेकर साइबर सिक्योरिटी तक की ट्रेनिंग दी जाती है. ग्रुप में एक नौसेना कमांडो यूनिट भी है. बता दें कि 90 के दशक में हमास (Hamas) के पास सिर्फ 10000 के आसपास लड़ाके हुआ करते थे.
हमास खुद बनाता है हथियार
हमास के एक वरिष्ठ अधिकारी अली बराक, रॉयटर्स से कहते हैं कि हमारे संगठन के सामने सबसे बड़ी समस्या हथियारों की थी. खासकर पिछले 9 साल से हथियारों की आपूर्ति में समस्याएं झेलनी पड़ रही थीं. हथियार नहीं मिल रहे थे. इसलिए हमने खुद क्षमता विकसित की और हथियार डेवलप करना शुरू किया. अब हमारे ज्यादातर हथियार यहीं बन रहे हैं.