असदुद्दीन ओवैसी को क्यों और किससे कहना पड़ा? वोटर लिस्ट की देखरेख चुनाव आयोग करता है मैं नहीं

भारतीय जनता पार्टी की हैदराबाद से लोकसभा उम्मीदवार के माधवी लता के निर्वाचन क्षेत्र में लगभग छह लाख फर्जी वोटों के आरोप को खारिज करते हुए एआईएमआईएम अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने शनिवार को कहा कि निर्वाचन आयोग मतदाता सूची के मुद्दे का ध्यान रखता है.

हैदराबाद निर्वाचन क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे ओवैसी ने आश्चर्य जताया कि इस मामले में उनकी क्या भूमिका है. एआईएमआईएम नेता ने कहा कि नाम जोड़ने और अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन की प्रक्रिया हर साल चुनाव आयोग द्वारा की जाती है, जिसके वह अध्यक्ष नहीं हैं.

वह माधवी लता के इस आरोप के बारे में पत्रकारों के एक सवाल का जवाब दे रहे थे कि ओवैसी छह लाख फर्जी वोटों की मदद से जीतते हैं. उन्होंने कहा कि यह आरोप चुनाव आयोग के लिये अपशब्द कहने के समान है.

उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘इस तरह बोलकर आप हैदराबाद के मतदाताओं का अपमान कर रहे हैं, जिसमें पिछड़े वर्ग के भाई और दलित, अल्पसंख्यक मुस्लिम, ईसाई शामिल हैं जो वोट देते हैं. उनके मतों की वजह से हर पार्टी को वोट मिल रहे हैं और एआईएमआईएम सफल है.’

हैदराबाद में एक कांग्रेस नेता की कथित टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर कि उन्हें एआईएमआईएम से दोस्ती करनी होगी, ओवैसी ने कहा कि उनकी पार्टी का लोकसभा चुनाव के लिए तेलंगाना में किसी भी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं है.

उनकी पार्टी ने उत्तर प्रदेश में पीडीएम का गठन किया है और महाराष्ट्र में उनके सांसद इम्तियाज जलील इस मुद्दे पर बातचीत कर रहे हैं. ओवैसी ने शुक्रवार को अपना अभियान शुरू किया और बहादुरपुर विधानसभा क्षेत्र में घर-घर जाकर प्रचार किया.

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