
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति मोहम्मद अशरफ गनी ने सितंबर में हुए राष्ट्रपति चुनावों के प्राथमिक परिणाम में 50.64 फीसदी के साथ बढ़त बनाए हुए हैं।
अफगान इंडिपेंडेंट इलेक्शन कमीशन (आईईसी) ने रविवार को इसकी घोषणा की। समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के मुताबिक, लंबे समय से प्रतीक्षित परिणामों की घोषणा करते हुए आईईसी के चेयरपर्सन हवा आलम नूरिस्तानी ने संवाददाताओं से कहा कि गनी के बाद सरकार के मुख्य कार्यकारी अब्दुल्ला अब्दुल्ला है, जिन्हें 39.52 फीसदी वोट मिले हैं।
अफगानिस्तान के हिज्ब-ए-इस्लामी के नेता गुलबुद्दीन हिकमतयार को 3.85 फीसदी वोट मिले हैं।
बाकी के 11 उम्मीदवारों को बहुत कम वोट मिले हैं। चौथे उम्मीदवार को 2 फीसदी से कम वोट मिले हैं।
नूरिस्तानी ने कहा कि उम्मीदवार व मतदाता चुनाव के नजीजों से जुड़ी शिकायत, इंडिपेंडेंट इलेक्टोरल कंप्लेंट कमीशन में तीन दिनों के भीतर शिकायत दर्ज कर सकते हैं।
28 सितंबर को हुए मतदान में 18 पंजीकृत उम्मीदवारों में से चौदह ने पांच साल के कार्यकाल के लिए राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव लड़ा।
प्राथमिक परिणाम 19 अक्टूबर को घोषित किए जाने थे, लेकिन अनियमितताओं की खबरों के बीच ऑडिट और वोटों की फिर से गिनती की वजह से इसमें देरी हुई।
टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, यूएन-सेक्रेटरी-जनरल के स्पेशल रिप्रजेंटेटिव फॉर अफगानिस्तान तदमिची यामामोटो ने कहा, “अब सभी अफगान अधिकारियों और कार्यकर्ताओं को चुनाव को सुरक्षित करने व पूरा करने और प्रक्रिया के अंतिम चरण की अखंडता की रक्षा के लिए अपनी प्रतिबद्धता प्रदर्शित करनी चाहिए।”
इस बीच, नूरिस्तानी ने यह नहीं बताया कि कब अंतिम परिणाम घोषित होंगे।
अफगान कानून के तहत, गंभीर शिकायतों पर निर्णय के बिना अंतिम परिणामों की घोषणा नहीं की जा सकती।