अन्नदाताओं की मांगें जायज, उन्हें जेल में डालना गलत… किसानों को मिला केजरीवाल सरकार का साथ

पंजाब-हरियाणा से दिल्ली की ओर कूच कर रहे किसानों को अरविंद केजरीवाल सरकार का साथ मिला है. आंदोलन करने दिल्ली आ रहे किसानों को लेकर केजरीवाल सरकार ने कहा कि किसानों की मांगें जायज हैं और उन्हें जेल में डालना गलत है. इतना ही नहीं, किसान आंदोलन पर दिल्ली सरकार ने केंद्र सरकार के बवाना स्टेडियम को अस्थाई जेल बनाने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया. बता दें कि पंजाब, हरियाणा और पश्चिमी यूपी के किसान आज यानी मंगलवार को अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू करने के लिए तैयार हैं. इसे देखते हुए सीमाओं पर भारी संख्या में सुरक्षाबलों की तैनाती है. दिल्ली में धारा 144 लागू कर दी गई है. दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर लंबा जाम लग गया है.

किसानों के प्रस्तावित आंदोलन पर दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने कहा, ‘किसानों की मांगें जायज हैं और संविधान में शांतिपूर्ण तरीके से हर नागरिक को प्रदर्शन करने का हक है. किसान इस देश के अन्नदाता हैं और अन्नदाताओं को जेल में डालना गलत है. बवाना स्टेडियम को जेल बनाने की परमिशन नहीं दे सकते.’ बता दें कि देश की राजधानी दिल्ली में पड़ोसी राज्यों से किसान अपने ट्रैक्टर-ट्राली के साथ दिल्ली पहुंच रहे हैं. किसान आंदोलन को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए है. दिल्ली से सटे कई सीमाओं को सील कर दिया गया है. कई राज्यों के किसान मंगलवार, 13 फरवरी को अपना ‘दिल्ली चलो’ मार्च शुरू कर दिया है. जल्द ही किसान दिल्ली पहुंचेंगे. वहीं दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर लंबा जाम लग गया है.

‘पंजाब-हरियाणा की सीमाएं अंतरराष्ट्रीय सीमा की तरह लग रही हैं’
इस बीच सीमाओं पर भारी अवरोधक लगाए जाने पर किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि पंजाब, हरियाणा की सीमाएं अंतरराष्ट्रीय सीमा की तरह लग रही हैं. किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने ‘दिल्ली चलो’ मार्च के मद्देनजर मंगलवार को पंजाब और हरियाणा की सीमाओं पर भारी अवरोधक लगाए जाने की निंदा करते हुए कहा कि राज्य की सीमाएं ‘‘अंतरराष्ट्रीय सीमाओं’’ में बदल गयी है. हम नहीं कह रहे कि हम सड़कें अवरुद्ध कर देंगे, सरकार खुद सड़कें अवरुद्ध कर रही है. उन्होंने हरियाणा में मनोहर लाल खट्टर सरकार पर किसानों को प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया. पंधेर ने किसानों के दिल्ली की ओर कूच करने से पहले फतेहगढ़ साहिब जिले में पत्रकारों से कहा, ‘‘ऐसा नहीं लगता कि पंजाब और हरियाणा दो राज्य हैं. ऐसा लगता है कि वे अंतरराष्ट्रीय सीमा बन गए हैं.’

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