
हाल ही में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने वाले अजित पवार से संबंधित भ्रष्टाचार के मामलों को बंद करने पर कांग्रेस ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की कड़ी निंदा की है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि यह लोकतंत्र पर एक धब्बा है और भ्रष्टाचार के मामलों को बंद करना सौदेबाजी का एक उपकरण बन गया है। उन्होंने कहा, “भ्रष्टाचार के मामलों को बंद करना अब महाराष्ट्र में अवैध भाजपा-अजित पवार सरकार बनाने के लिए सौदेबाजी के उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा है। यह लोकतंत्र पर एक धब्बा है।
लोकतंत्र की ‘कॉन्ट्रैक्ट किलिंग’ अब ईमानदारी और जवाबदेही की ‘कॉन्ट्रैक्ट किलिंग’ का पर्याय बन गई है।” इससे पहले आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को भ्रष्टाचार के कुछ कथित मामलों में क्लीन चिट दे दी है। एसीबी ने ऐसे कम से कम नौ मामलों में अपनी जांच को बंद कर दिया है, जिसमें अजित पवार कथित रूप से शामिल थे।
एसीबी मुंबई द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, ये नौ मामले विदर्भ क्षेत्र के वाशिम, यवतमाल, अमरावती और बुलढाणा में बड़ी और छोटी सिंचाई परियोजनाओं से संबंधित हैं। अजित पवार का नाम अन्य मामलों में भी है, जिन्हें एक साथ मिलाकर 70,000 करोड़ रुपये के सिंचाई घोटाले के रूप में जाना जाता है। अतीत में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा), शिवसेना, आम आदमी पार्टी और अन्य लोगों ने भ्रष्टाचार के इन मामलों की बड़े पैमाने पर आलोचना की है।