अचानक पाकिस्तानी वायुसेना क्यों कर रही बड़ा युद्ध अभ्यास? चीन-सऊदी समेत 14 देशों का मिला साथ, जानें मकसद

पाकिस्तान में 14 देशों का जुटान हुआ है और वह भी एक बड़े युद्धाभ्यास के लिए. दरअसल, पीएएफ यानी पाकिस्तान की वायु सेना द्वारा अपने एक परिचालन अड्डे पर आयोजित एक युद्ध अभ्यास में चीन और सऊदी अरब सहित 14 राष्ट्रों की वायु सेना इकाइयां हिस्सा ले रही हैं. इस युद्ध अभ्यास के जरिए पीएएफ का मकसद अपनी क्षमता का प्रदर्शन करना और अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ाना है. मीडिया खबरों में यह जानकारी दी गई.

दरअसल, रविवार से शुरू हुए इस हवाई अभ्यास में अजरबैजान, बहरीन, चीन, मिस्र, जर्मनी, हंगरी, इंडोनेशिया, ईरान, इटली, कुवैत, मोरक्को, ओमान, पाकिस्तान, कतर, सऊदी अरब, तुर्किये, संयुक्त अरब अमीरात और उज्बेकिस्तान हिस्सा ले रहे हैं. माना जा रहा है कि पाकिस्तान इस युद्धाभ्यास से दुनिया को अपनी ताकत का एहसास कराना चाहता है.

पाकिस्तानी समा टीवी की खबर के मुताबिक, ‘यह अभ्यास पाकिस्तान के वृहद हवाई युद्ध अभ्यासों में से एक है और इसे अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के साथ-साथ अपनी हवाई क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पीएएफ की प्रतिबद्धता को साकार करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाता है.’

पाकिस्तान वायु सेना ने रविवार को अपने आधिकारिक ‘एक्स’ अकाउंट (जिसे पहले ट्विटर के नाम से जाना जाता था) पर बताया कि पाकिस्तान वायु सेना का 14 राष्ट्रों का हवाई युद्ध अभ्यास ‘इंडस शील्ड 2023’ वायु सेना के डीजीपीआर एयर बेस पर पूरे जोरों-शोरों से चल रहा है.

पाक वायुसेना के मुताबिक, ‘शीर्ष स्तर का यह युद्ध अभ्यास पाकिस्तान के विशाल हवाई युद्ध अभ्यासों में से एक है और इसे अंतरराष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने के साथ-साथ अपनी हवाई क्षमताओं को बढ़ाने के लिए पीएएफ की प्रतिबद्धता को साकार करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना जाता है.’

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