विदेशी ताकतों से डरा चीन? यूनिवर्सिटी में पढ़ाए जा रहे जासूस पकड़ने के तरीके, लोगों को दी चेतावनी

चीन में इन दिनों आम जनता को जासूस बनाने पर शी जिनपिंग की सरकार तूली हुई है. इसके लिए चीन की सरकार की तरफ से क्रैश कोर्स कराया जा रहा है. इस कोर्स के तहत बीजिंग के शीर्ष विश्वविद्यालयों ने अपने पाठ्यक्रम में जासूसों को पकड़ने के तरीके पर एक क्रैश कोर्स जोड़ा है. यह फैसला चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग द्वारा मई में राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक की अध्यक्षता करने के बाद लिया गया है. चीन ने तभी एक नया जासूसी विरोधी कानून भी पारित किया और लोगों को चेतावनी दी है कि विदेशी ताकतें देश के ऊर्जा क्षेत्र में घुसपैठ कर रही हैं. इस फैसले के जरिए शी जिनपिंग की सरकार इन दिनों विदेशी ताकतों के खिलाफ देशवासियों को खड़ा कर रही है.

चीन के विश्वविद्यालयों में क्या चल रहा है?
सरकार द्वारा संचालित सिंघुआ विश्वविद्यालय में शिक्षकों और छात्रों को विदेशी ताकतों के खिलाफ “रक्षा पंक्ति” बनने का निर्देश देते हुए वीडियो दिखाए गए. बीजिंग यूनिवर्सिटी ऑफ़ टेक्नोलॉजी ने एक राष्ट्रीय-सुरक्षा थीम वाली गार्डन पार्टी आयोजित की, जबकि बेइहांग विश्वविद्यालय के छात्रों को ‘हूज़ द स्पाई’ नामक एक इंटरैक्टिव ट्रेनिंग गेम खिलाया गया.

चीन की योजना पर विशेषज्ञों ने क्या कहा?
बर्लिन में मर्केटर इंस्टीट्यूट फॉर चाइना स्टडीज में राजनीति और समाज कार्यक्रम की प्रमुख काटजा ड्रिनहाउज़ेन ने कहा, “आर्थिक दबाव के समय, शीर्ष नेतृत्व में काफी स्पष्ट चिंताएं हैं. राजनीतिक और सामाजिक सामंजस्य बनाने के तरीके के रूप में सामूहिक भय का उपयोग करना एक बहुत ही खतरनाक खेल है.

जासूसी करने पर चीनी सरकार देती थी इनाम
बता दें कि इससे पहले, चीन ने जासूसी की सफलतापूर्वक रिपोर्ट करने वाले नागरिकों को 500,000 युआन ($68,160) तक की पेशकश की थी. सरकार ने कम्युनिस्ट पार्टी के सदस्यों और सरकारी कर्मचारियों को रहस्य रखने के बारे में अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ाने में मदद करने के लिए एक ऐप भी लॉन्च किया है.

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