राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस में टिकटों का मसला एक बार फिर से उलझ गया है. हालांकि पार्टी ने एक सप्ताह पहले ही तय कर लिया था कि बुधवार को केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक के बाद टिकटों की पहली सूची जारी कर दी जाएगी. लेकिन केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में स्क्रीनिंग कमेटी की ओर से भेजी गई करीब 100 सीटों पर सिंगल नाम पर सहमति नहीं बन पाई है. करीब एक दर्जन सीटों पर केंद्रीय चुनाव समिति ने आपत्ति जताई है. हालांकि बिना विवाद वाली सीटों पर नाम तय हो गए हैं. लेकिन आपत्ति के बाद अब सूत्रों का दावा है कि सूची जारी करने में अभी वक्त लग सकता है.
माना जा रहा है कि अब सूची जारी होने में करीब तीन दिन का वक्त लग सकता है. 20 अक्टूबर को दौसा के सिकराय में प्रिंयका गांधी की जनसभा है. अब सूची 20 अक्टूबर को प्रियंका गांधी की रैली के बाद ही जारी हो होने के कयास लगाए जा रहे हैं. हालांकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस कोशिश में है कि बिना विवाद वाले जिन नामों पर सहमति बनी है उनकी एक छोटी सूची जारी कर दी जाए, लेकिन उस पर अभी सहमति नहीं मिल पाई है.
दिग्गज नेताओं के नाम हुए तय
पार्टी सूत्रों के अनुसार केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट, रघु शर्मा और हरीश चौधरी जैसे दिग्गज नेताओं के नाम तय कर दिए गए हैं. लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के करीबी नेताओं और मौजूदा विधायकों को टिकट देने के दबाब के बाद स्क्रीनिंग कमेटी ने पहली सूची में अधिकतर सिंगल नाम केंद्रीय चुनाव समिति को भेजे थे. उनमें न सिर्फ कांग्रेस विधायक बल्कि सरकार को समर्थन दे रहे निर्दलीय विधायक और बीएसपी से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक भी शामिल थे.
स्क्रानिंग कमेटी ने की 15 विधायकों के टिकट काटने की सिफारिश
सूत्रों के मुताबिक गहलोत चाहते थे कि सभी विधायकों को टिकट दिए जाएं. स्क्रानिंग कमेटी ने भी करीब 15 मौजूदा विधायकों के कमजोर स्थिति को देखते हुए कल टिकट काटने की सिफारिश की थी. चूंकि अभी मामला अटक गया है लिहाजा टिकट के दावेदार एक बार फिर से लॉबिंग करने में जुट गए हैं. सीईसी की बैठक के बाद दावेदार आज दिनभर सूची का इंतजार करते रहे, लेकिन शाम होते-होते हालात को देखते हुए साफ हो गया कि अभी इसमें समय और लगेगा.