मानवाधिकार कार्यकर्ता हसन नियाजी को धमकाने के आरोपों का मीशा ने किया खंडन


खदिजा सिद्दिकी को छूरा घोंपने के मामले को लड़ने वाले लाहौर मानवाधिकार कार्यकर्ता और वकील हसन नियाजी एक चौंकाने वाले दावे के साथ सामने आए हैं। नियाजी ने अपने ट्विटर पर कहा कि गायिका अभिनेत्री मीशा शफी उनके खिलाफ हैशटैग मी टू आंदोलन का सहारा लेकर उन्हें धमकी दे रही हैं। मीशा ने हालांकि इसका खंडन किया है। नेशन डॉट कॉम के मुताबिक, नियाजी ने लिखा, “परेशान करने का मीशा की नई तरकीब। हैशटैग मी टू अभियान के तहत मुझे धमकियां दे रही है। समुदाय में बिल्कुल आयशा गुलालाई जैसी मानसिकता जो अपने निजी स्वार्थ के लिए हैशटैग मी टू अभियान का दुरुपयोग करती हैं। यह साफ तौर पर कह देता हूं कि मुझे जितना ब्लैकमेल किया जाएगा मैं उतना खुलासा करूंगा।”

दूसरी तरफ मीशा ने एक ट्वीट के साथ इसका जवाब देते हुए कहा कि वह नियाजी के साथ कभी मिली ही नहीं। मीशा ने ट्वीट किया, “मुझे नहीं लगता कि मैं इस आदमी के साथ कभी मिली भी हूं और न ही मैं उस पर कोई आरोप लगा रही हूं। हालांकि पिछले साल उसने एक रीट्वीट के लिए मुझे इनबॉक्स किया था। मुझे याद नहीं है कि मैंने जवाब दिया था या नहीं, मुझे याद है कि मैंने रीट्वीट नहीं किया था।”

मीशा ने आगे कहा, “हालांकि लोगों को जो पसंद है उसके बारे में छानबीन करने के लिए वह आजाद है।”

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