3 नवंबर को रिलीज होने वाली फिल्म “लकीरें” के प्रमोशन के लिए गुरुवार देर शाम अचानक आशुतोष राणा लखनऊ पहुंचे. इस दौरान उन्होंने शहर के एक निजी होटल में प्रेस वार्ता की जिसमें गौरव चोपड़ा भी मौजूद रहे. इस दौरान उन्होंने कहा कि “लकीरें” फिल्म वैवाहिक बलात्कार और विवाह के भीतर सहमति जैसे संवेदनशील विषय पर आधारित है. इस अवसर पर अभिनेता गौरव चोपड़ा ने कहा कि यह फिल्म सामाजिक मानदंडों को चुनौती भी देती है.
आशुतोष राणा ने कहा कि यह फिल्म काल्पनिक न होकर सत्य घटनाओं पर आधारित है. वास्तव में यह फिल्म लोगों का आवाह्न करती है कि वह नारी संवेदनाओं के प्रति संजीदा हों. ऐसे में यह फिल्म समाज को जागरुक करेगी और और कम से कम लोग इस मुद्दे पर बात करना तो शुरू करेंगे. उन्होंने बताया कि इसे दुर्गेश पाठक ने निर्देशित किया है.
नए निर्देशकों पर लोगों को करना होगा भरोसा
इस दौरान अभिनेता आशुतोष राणा यह भी कहा कि लोगों को नए निर्देशकों पर भरोसा करना होगा, तभी ऐसी ज्वलंत फिल्में तैयार होंगी. उन्होंने कहा कि उन्हें लखनऊ शहर से बहुत प्यार है, ऐसे में यहां शूट करना भी बहुत अच्छा लगा.
पारिवारिक परामर्श से सुलझाएं ऐसे मुद्दे
गौरव चौपड़ा ने इस अवसर पर कहा कि पति-पत्नी के बीच जो भी अहसमति के तत्व होते हैं उन्हें अगर सार्वजनिक किया जाएगा तो केवल जग हंसाई होगी. ‘लकीरें’ फिल्म यह भी संदेश देती है कि ऐसे मुद्दे न्यायालयों तक न ले जाया जाए. बेहतर हो कि पारिवारिक परामर्श के माध्यम से गंभीर स्थितियां बनने ही न दी जाएं. यह भी जरूरी है गंभीर मुद्दों पर बहस जरूर हो. यह फिल्म ऐसे ही नारी केन्द्रित ज्वलंत समस्या को पुरजोर तरीके से उठाती है.