
दिल्ली कैबिनेट ने सोमवार को नए कौशल व उद्यमिता विकास विश्वविद्यालय को मंजूरी दी। इसकी शुरुआती क्षमता 50,000 विद्यार्थियों की होगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को यह घोषणा की। दिल्ली कैबिनेट द्वारा इस पर सहमति दिए जाने के बाद इसे दिल्ली विधानसभा से मंजूरी से पहले दिल्ली के उप राज्यपाल की मंजूरी की जरूरत होगी।
उन्होंने कहा कि इसमें छह माह से दो साल के बीच के विभिन्न स्तर के कोर्स होंगे, जो कक्षा 10 से लेकर स्नातक व परास्नातक स्तर तक के छात्रों के लिए उपलब्ध होंगे।
उन्होंने कहा, “ये नौकरियों की गारंटी देंगे। सभी आईटीआई (औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान) व कौशल केंद्र का विश्वविद्यालय में विलय कर दिया जाएगा, जिसमें विभिन्न देशों व कंपनियों का सहयोग होगा।”