
देश का जैविक खाद्य बाजार सालाना 17 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। दुनियाभर में स्वास्थ्यवद्र्धक खाद्य उत्पादों की बढ़ती मांग के कारण इसमें और अधिक तेजी से वृद्धि की संभावना है। केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल ने आज यह बात कही। हरसिमरत ने यहां जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम में एक ऑर्गेनिक फूड फेस्टिवल का उद्घाटन किया। यह खान-पान महोत्सव महिला उद्यमियों के लिए आयोजित किया गया है। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति इरानी भी मौजूद थीं। यह खान-पान महोत्सव भारत के जैविक खाद्य बाजार की क्षमता अवधारणा पर आधारित है। इसका आयोजन दोनों मंत्रालयों ने भारतीय उद्योग परिसंघ के साथ मिलकर किया है। यह महोत्सव 21 से 23 फरवरी तक चलेगा। इसमें 180 महिला उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों और सहकारी संस्थानों ने प्रतिभाग किया है। इस मौके पर बादल ने कहा कि दोनों मंत्रालयों ने साथ आकर जैविक खाद्य उत्पादों के क्षेत्र में महिला उद्यमियों को पंख देकर आसमान छूने का अवसर दिया है।
उन्होंने कहा कि यह महोत्सव देशभर में छह बार आयोजित किया जाएगा। इसे आने वाले सालों में एक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी बनाने का मकसद है। बादल ने कहा कि पूरी दुनिया स्वास्थ्यप्रद खाने के लिए जैविक खाने की तरफ देख रही है जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा कि आर्गेनिक और स्वास्थ्यप्रद खाने के लिए भारत एक पावर हाउस है। देश में सिक्किम, पहाड़ी राज्य और आदिवासी इलाके प्राकृतिक तौर पर आर्गेनिक खाने के लिए जाने जाते हैं। बादल ने कहा कि देश में जैविक खाद्य उत्पादों का कारोबार सालाना 17 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। इसमें आने वाले समय में और तेज वृद्धि होगी। इस महीने की शुरुआत में बादल ने कहा था कि अगले पांच साल में देश का जैविक खाद्य बाजार 75,000 करोड़ रुपये को छू जाएगा। महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी ने इस अवसर पर कहा कि सरकार ने महिला उद्यमियों को कारोबार शुरू करने के वास्ते मुद्रा योजना के तहत ऋण उपलब्ध कराने पर जोर दिया है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में और खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय के प्रयासों से खाद्य प्रसंस्करण उद्योग में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) तेजी से बढ़ा है।