डोक्सुरी तूफान (Doksuri Storm) जो पिछले हफ्ते प्रशांत महासागर में आया था और चीन के कुछ हिस्सों में कहर बरपाता रहा, सोमवार (31 जुलाई) को इसका असर कम हो गया. हालांकि यह राहत नहीं बल्कि एक नए आफत की आहट है. क्योंकि तूफान खानून पूर्वी चीन के तटीय इलाकों के करीब पहुंच रहा है. सप्ताहांत में, चीनी मौसम एजेंसी ने राजधानी बीजिंग में मूसलाधार बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया.
चीन में कम से कम चार लोग मारे गए जब टाइफून डोक्सुरी ने पूरे देश में मूसलाधार बारिश और अचानक बाढ़ ला दी. पिछले सप्ताह तूफान डोक्सुरी ने फुजियान के दक्षिण-पूर्वी तटीय प्रांत में भारी तबाही मचाई थी जहां अधिकारियों ने लाखों लोगों को निकाला था.
wion न्यूज के अनुसार तूफान ने पिछले सप्ताह फिलीपींस और ताइवान के साथ-साथ चीन के तट पर तबाही मचाने के बाद हजारों लोगों को चीनी राजधानी बीजिंग से निकलने के लिए प्रेरित किया है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चीन की राजधानी में सोमवार को मूसलाधार बारिश और बाढ़ के बीच कम से कम दो लोगों की मौत हो गई.
बीजिंग में सड़कें नदियों में बदल गईं, जिससे सैकड़ों लोग रात भर फंस गए. बीजिंग के पश्चिमी उपनगर, मेंटौगौ जिले में, बचावकर्मियों को आपातकालीन गश्त के दौरान एक नदी में दो शव मिले और बताया गया कि सैकड़ों लोगों को सुरक्षित निकाला गया.
मौसम एजेंसी ने बीजिंग में मूसलाधार बारिश के लिए रेड अलर्ट जारी किया है. साथ ही 2.2 करोड़ लोगों को घर में रहने की चेतावनी दी है. राज्य मीडिया ने सोमवार को बताया कि चेतावनियों के बाद से 31,000 से अधिक लोगों को जगह खाली करनी पड़ी है.
बीजिंग की तस्वीरें और वीडियो दिखाते हैं कि सड़कें रातों-रात नदियों में तब्दील हो गईं, जिससे चीन की राजधानी में लगभग 358 सड़कें प्रभावित हुईं, जहां कारें जलमग्न देखी गईं, जबकि अन्य बाढ़ में बह गईं.
फ्लाइट ट्रैकिंग ऐप फ्लाइट मास्टर के डेटा का हवाला देते हुए रॉयटर्स की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि चीनी राजधानी के दोनों हवाई अड्डों ने सोमवार दोपहर को 200 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं, जबकि 600 के करीब देरी से हुईं.
बीजिंग के निवासियों से कहा गया है कि जब तक आवश्यक न हो तब तक बाहर न निकलें. यह अधिकारियों द्वारा बाढ़, उफनती नदियों और भूस्खलन की चेतावनी के बाद आया है. मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, चेतावनियों ने चीनी राजधानी में अधिकारियों को फॉरबिडन सिटी, पुस्तकालयों, संग्रहालयों और पार्कों सहित कई पर्यटन स्थलों को बंद करने के साथ-साथ खेल आयोजनों को भी निलंबित करने के लिए प्रेरित किया है.