कोरोना वायरस के ‘जन्मदाता’ वुहान इंस्टीट्यूट पर चला US का चाबुक, रोकी गई फंडिंग, हमेशा के लिए बंद हो सकता है लैब

कोविड-19 का कारक सार्स-सीओवी-2 वायरस की उत्पत्ति के लिए कथित तौर जिम्मेदार माने जा रहे चीन के वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी की संघीय फंडिंग पर बाइडेन प्रशासन ने रोक लगा दी है. ब्लूमबर्ग न्यूज के मुताबिक, लैब द्वारा सुरक्षा उपायों के बारे में दस्तावेज उपलब्ध कराने में नाकाम रहने के बाद अमेरिका ने यह कदम उठाया.

ज्ञापन के अनुसार, स्वास्थ्य और मानव सेवा (एचएचएस) विभाग ने सोमवार को वुहान संस्थान को निलंबन के बारे में सूचित किया, और प्रयोगशाला को यह भी बताया कि वह इसे स्थायी रूप से बंद करना चाहता है. पिछले सितंबर में शुरू हुई समीक्षा के बाद एचएचएस ने पाया कि चीन के वुहान में स्थित यह सुविधा संघीय नियमों का अनुपालन नहीं करती है.

एचएचएस के एक प्रवक्ता ने एक ईमेल बयान में कहा कि यह कार्रवाई गारंटी देती है कि संस्थान को कोई और संघीय फंडिंग नहीं मिलेगी. लैब को जुलाई 2020 से राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान से पैसा नहीं मिला है.

कोविड-19 की उत्पत्ति की चल रही जांच के बीच जैव सुरक्षा प्रथाओं पर दस्तावेज़ साझा करने में नाकाम रहने पर अमेरिका द्वारा लैब को दंडित करना अब तक की सबसे कठोर कार्रवाई है. संस्थान इस बात पर चर्चा का केंद्र बन गया है कि कोविड महामारी, जिसने लगभग 70 लाख लोगों की जान ले ली है, कैसे शुरू हुई. एफबीआई निदेशक क्रिस्टोफर रे सहित कुछ लोगों को संदेह है कि इसकी उत्पत्ति वुहान लैब में हुई होगी.

हालांकि, अमेरिका को इस बात का कोई निर्णायक सबूत नहीं मिला है कि यह वायरस जानवरों से इंसानों में फैला या प्रयोगशाला दुर्घटना के माध्यम से उभरा, लेकिन इसने वुहान संस्थान में सुरक्षा प्रोटोकॉल से जुड़े महत्वपूर्ण उल्लंघनों की पहचान की है. अमेरिका ने चीन और लैब पर उन कमियों की जांच में बाधा डालने का भी आरोप लगाया है.

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