कांग्रेस न दे शिवसेना को समर्थन : संजय निरूपम


कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने शुक्रवार को उन पार्टी नेताओं की जमकर आलोचना की जो महाराष्ट्र में अगली सरकार के गठन में शिवसेना का समर्थन करने पर विचार कर रहे हैं। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि भाजपा-शिवसेना के बीच जारी वाकयुद्ध महज एक ड्रामा है और कांग्रेस को उससे दूर रहना चाहिए।

मुंबई कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष निरूपम ने ट्वीट कर कहा, ‘क्या वे हार गए हैं? कुछ कांग्रेस नेता शिवसेना को समर्थन के बारे में सोच भी कैसे सकते हैं। कांग्रेस को शिवसेना-भाजपा के ड्रामे में नहीं पड़ना चाहिए। यह फर्जी है। सत्ता में ज्यादा साझेदारी हासिल करने के लिए यह उनकी अस्थायी लड़ाई है। जितना मैं जानता हूं शिवसेना कभी भी भाजपा की छत्रछाया से बाहर नहीं आएगी।’ बता दें कि कांग्रेस में आने से पहले संजय निरूपम शिवसेना के ही नेता थे।

उन्होंने कांग्रेस को चेताया कि वह शिवसेना के साथ गलबहियां न करे क्योंकि यह कवायद बेकार साबित होगी। उम्मीद है कि पार्टी के प्रदेशस्तरीय नेता इस सत्य को स्वीकार करेंगे। निरूपम ने कहा कि इस कवायद के बजाय पार्टी को इस बात पर आत्मचिंतन करना चाहिए कि 2014 की तुलना में पार्टी के मत प्रतिशत में दो फीसद की कमी क्यों हुई। राज्य में कांग्रेस का मत प्रतिशत 17 से घटकर 15 फीसद हो गया है और पार्टी तीसरे स्थान से चौथे स्थान पर आ गई है।

बता दें कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण, अशोक चव्हाण और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बालासाहेब थरोट शिवसेना के साथ मिलकर सरकार बनाने की कोशिशों के तहत पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी से मिलने के लिए दिल्ली में हैं। वहीं, महाराष्ट्र मामलों के प्रभारी महासचिव मल्लिकार्जुन खड़गे और पूर्व मुख्यमंत्री सुशील कुमार शिंदे शिवसेना के साथ किसी भी तरह की जुगलबंदी के खिलाफ हैं। शिंदे ने साफ कहा, ‘कांग्रेस और शिवसेना विचारधारा के स्तर पर बिल्कुल अलग पार्टियां हैं और मल्लिकार्जुन खड़गे पहले ही कह चुके हैं कि दोनों पार्टियों के साथ आने का कोई सवाल ही नहीं है।’

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *