
फिलिस्तीन केोष्ट्रपति महमूद अब्बास ने कहा है कि फिलिस्तीनी अब इजरायल के साथ किए गए पिछले समझौतों से बंधे नहीं हैं।
उनकी यह टिप्पणी जेरूशलम के किनारे पर बनाई गई फिलिस्तीनी इमारतों को इजराइल द्वारा अवैध बताते हुए पूरी तरह से नष्ट करने के बाद आई है। इस घटना के बाद गुरुवार को एक आपातकालीन बैठक भी बुलाई गई थी।
बीबीसी की शुक्रवार की रिपोर्ट के अनुसार, अब्बास ने कहा कि निर्णय को कैसे लागू किया जाए, इसके लिए एक समिति बनाई जाएगी।
पिछले 25 वर्षों में दोनों पक्षों के बीच सुरक्षा सहयोग सहित कई गतिविधियों के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए हैं।
इजरायल ने अभी तक इस कदम का जवाब नहीं दिया है।
इमारतों के विध्वंस के बाद इजराइल और फिलिस्तीन के बीच तनाव और बढ़ गया है। इजराइल के उच्च न्यायालय ने कहा था कि यह निर्माण उसके पश्चिमी किनारे के बैरियर के काफी करीब किया गया था।
इजराइल द्वारा उठाए गए इस कदम के बाद विश्वस्तर पर आक्रोश दिखा है, जिसने 17 लोगों को बेघर कर दिया।
इस्लामिक हमास आंदोलन ने अब्बास के फैसले का स्वागत करते हुए इसे सही दिशा में कदम कहा।
हमास ने यह भी कहा, फिलिस्तीनी लोग इस कार्रवाई को एक संयुक्त सहमति योजना के तहत जल्द से जल्द लागू कराने को तत्पर हैं।